Tuesday, March 19, 2024

Mera Dhairya

 मेरा  धैर्य  मेरे  बाज़ुओं  मैं  नहीं 

मेरे  दिल  और  दिमाग  के  सामंजस्य  के  बीच  

फंसा  हुआ  एक  दोराहे  पे   सा  खड़ा  रहता  है 

कभी  संभालता  कभी  लड़खड़ाता 

कभी  बेबस  तो  कभी  मज़बूत 

बेचारा  सा  मेरा  धैर्य  

अपने  सफर  को  मंज़िल  समझने 

की  आदत  डाल  चुका  है 

कभी  बात  करता  राहगीरों  से 

कभी  अकेला  सा  रहता  है 

कभी  गुमशुम  तो  कभी  उल्लास  लिए  रहता  है 

Wednesday, February 23, 2022

Life as a slow poison

 I have always believed mistakes make you a as a person, but now I think I was wrong, its your choices which make you, what you are.

Monday, August 16, 2021

गलतियां

 प्रारब्ध ही अनुकूलित नहीं था

किस बात की प्रतीछा तुझे थी

काट काट रह चुका सफर अब बस बहुत

अब बस बहुत सह नहीं सकते 

रोज के ये बात बेबात के ताने 

कुछ सजा पते है गलतियां करके 

मैंने सजा पायी गलतियां ना करके 

अब यही सवाल है मन मैं 

की ऐसी क्या गलती करूँ की 

सजा प|ते वक़्त पछतावा ना हो

Friday, July 16, 2021

दोस्त तुम्हे दोस्त न बोल सके

 जब दुनिया के सामने दोस्त तुम्हे दोस्त न बोल सके

तो तुम भी सोच लो तुम लोग कभी दोस्त थे भी क्या 


सब बारीकियां नज़दीकियां जैसे 

किसी न किसी मतलब से थे शायद


आज कल कई बरस बीत जाते है 

और शब्दों का एक भी झुण्ड 

हमारे  बीच मैं से गुजरने नहीं पाता


एक एहसास जरूर करा दिया जाता है 

समय समय पर 

के तूम विफलताओं के प्रतीक हो'

असफलताओं के परम विजेता हो 

Thursday, July 1, 2021

मुझे मालूम है की तुम्हे अभी तक मालूम नहीं

 हर बात मैं ऐसी बारीकी कैसे लाते हो यार

हर काम को इतना कठिन इतना कठिन कैसे बना लेते हो यार 


मुझे मालूम है की तुम्हे अभी तक मालूम नहीं है 

सरलता की ताकत का एहसास तुम्हे नहीं है


झूठे रुआब बंदिशे केवल तकलीफ के लिए है जान लो 

कुछ भी स्थायी नहीं सरलता के सिवाय जान लो 


सब कुछ पाकर अगर आप मैं  विनम्रता और सरलता नहीं है 

तो फिर ये रुआब रुतबा अलंकार उपाधियाँ इनका कोई मोल नहीं है 

सब व्यर्थ है 

पाखंड है 





शत्रु

 आपको पता है आपका शत्रु कौन है

यही जो आपके सामने बैठा है

जिसके साथ अभी आपने चाय पी है

जिसकी फोटो अभी अभी  फेसबुक पर आपने लाइक की है


शत्रु सर्वदा वो नहीं होता जो हमें पता होता है 

अपितु वो होता है जिसके बारे मैं हम सोचते भी नहीं 


जो लोग ये डींगे मारते है की उन्हें इंसान की बहुत पहचान है 

वो ये भूल जाते है की उनके जाने का इंतेज़ाम यही लोग कर रहे हैं 

Mera Dhairya